Tuesday, May 30, 2017

राजमाता अहिल्या


अहिल्या नाम की नारी थी,
दुश्मनोको भारी थी.
दुर्जनो का संहार करके
सज्जनोका सम्मान बढाते,
खूब लडी मर्दानी
वो तो इंदोरवाली महाराणी थी !!!

दीन दुःखीतो का दुःख हराती
जन जन का पालन करती
वो तो समग्र क्रांतिकारी थी.
दीन दुःखीयो का मनोबल बढाते
खूब लडी मर्दानी
 वो तो इंदोरवाली महाराणी थी !!!

स्वजन मृत्यू का दुःख सहती.
निराधार और निराश्रीत जीती,
विजयी पताका हात लेकर
होळकर राजवंश चलाते, 
खूब लडी मर्दानी
वो तो इंदोरवाली महाराणी थी !!!

अठ्ठाईस साल राज करती,
पराक्रमो से हिलती थी धरती.
वो तो महेश्वर की महाश्वेता थी,
नारी जाती का सम्मान बढाते 
खूब लडी मर्दानी
वो तो इंदोरवाली महाराणी थी !!!

   डॉ . प्रभाकर लोंढे
         गोंदिया-चंद्रपूर 

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